दूसरों के साथ अपने रिश्तों को कैसे मजबूत बनायें: Make Strong Relations
दूसरों के साथ अपने रिश्तों को मजबूत बनाना एक कला है जिसमे कम ही लोगों
को महारत हासिल होती है, लेकिन अगर आप अपनी जिंदगी को आनंद से और खुशनुमा
तरीके से जीना चाहते हैं तो आपको इस कला का ज्ञान होना ही चाहिये। इस लेख
में आज हम आपको यही बताने का प्रयास करेंगे कि कैसे आप दूसरों को अपना
मुरीद बना सकते हैं। अगर आप अपने वैवाहिक जीवन में अडचनों से परेशां हैं
तो 20 Prayers For Marriage Restoration में दी गयी Prayers के जरिये
अपनी मैरिड लाइफ को बचा सकते हैं
1. जिम्मेदार बनें।
आप चाहे किसी भी उम्र के हो, अपनी उम्र के हिसाब
से अपनी सभी जिम्मेदारियों को जिम्मेदारी के साथ निभायें। कभी भी अपनी
जिम्मेदारियों से दूर नहीं भागें। हर इंसान के साथ बहुत सी जिम्मेदारियाँ
होती हैं, जैसे घर परिवार की जिम्मेदारी, बच्चों की जिम्मेदारी, सामाजिक
जिम्मेदारी आदि। हमें अपनी हर एक जिम्मेदारी को जैसे, माता पिता तथा बड़े
बुजुर्गो की सेवा करना, अपने बच्चो को अच्छे संस्कार तथा अच्छी शिक्षा
देना, अपने पति या पत्नि का ख्याल रखना तथा उनके हर सुख, दुःख में हर कदम
पर साथ देना, अपने भाई-बहनों को प्यार और महत्व देना, अपने मित्रों,
पड़ोसियों, रिश्तेदारों के सुख दुःख में शामिल होना, अपने देश तथा कानून की
रक्षा करना तथा उसका पालन करना आदि को पूरी ईमानदारी के साथ निभाना चाहिए।
तभी हम एक जिम्मेदार नागरिक बनेगें तथा तभी हम एक बेहतर इंसान बनेगें।
2. रिश्तो को अहमियत दें।
जो लोग रिश्तों को नही समझते हैं, रिश्तों को अहमियत नही देते हैं, उन्हें
कोई पसन्द नही करता है। इसलिए चाहे आप किसी के भाई हैं, बहन हैं, माँ,
बाप, बेटा, बेटी, प्रेमी, प्रेमिका, मित्र जो भी हैं या आपका किसी से किसी
भी तरह का रिश्ता है उस रिश्ते को पूरी ईमानदारी और शिद्दत से निभायें।
रिश्तों के महत्व को समझें, रिश्तों की गरिमा को समझें, रिश्तों की गहराई
को समझें। छोटी छोटी बातों को लेकर अपने रिश्तों को टूटने मत दें। अगर आप
रिश्तों को निभा नहीं सकते तो बेहतर है कि आप रिश्ते बनायें ही नहीं।
अच्छे दिल का इन्सान कभी भी रिश्तों को बिखरने नहीं देता है, रिश्तों को
टूटने नहीं देता है।
3. माफ़ कर दें / भूल जायें।
अगर किसी से कुछ गलती हो गयी है या किसी
से आप किसी बात पर नाराज हो तो उस बात को अपने दिलोदिमाग में ज्यादा दिन
नहीं रखना चाहिए। जितनी जल्दी हो सके उसकी गलतियों को माफ़ कर दें और भूल
जायें। माफ़ करने से दिल का बोझ हल्का हो जाता है और भूलने से दिमाग का बोझ
हल्का हो जाता है। माफ़ी सिर्फ बड़े दिल वाला इन्सान ही दे सकता है। मैं
मानता हूँ कि कुछ बातें या कुछ गलतियाँ ऐसी होती हैं जो ना तो माफ़ की जा
सकती हैं और ना ही भुलाई जा सकती हैं। अगर आपके सामने भी ऐसी स्थिति आये
तो आप दो काम करें।
1. या तो आप गलतियों को भुला कर
उस इंसान को माफ़ कर दें।
2. या उस इंसान को भुला कर उसकी गलतियों को
माफ़ कर दें।
जब आप माफ़ करना शुरू कर देते है तो आपका दिल अपने आप ही बड़ा होता जाता है
और आपकी गिनती अच्छे इंसानों में होने लगती है।
4. क्रोध ना करें, ईर्ष्या ना करें।
क्रोध, गुस्सा, ईर्ष्या, जलन ये
सभी अवगुण हमारी अच्छाईयों को खत्म कर देते हैं। किसी से जलन या ईर्ष्या
करने पर हम कभी ना तो खुद खुश रह सकते हैं और ना ही कभी किसी के साथ कुछ
अच्छा कर सकते हैं। गुस्सा हमारी सोचने समझने की शक्ति को नष्ट कर देता
है। गुस्सा करने वाले इन्सान को कोई भी पसंद नहीं करता है। बात बात पर
गुस्सा करना हमें अपनों से दूर कर देता है। इसलिए जितना हो सके गुस्सा
करने से बचें।
5. घमण्ड ना करे।
एक अच्छे दिल वाला इंसान कभी भी किसी भी चीज के लिए
घमण्ड नही करता है। कभी भी किसी भी चीज के लिए दिखावा नहीं करता है। अगर
आज ईश्वर की कृपा से आपके पास कुछ चीजें दूसरों से ज्यादा हैं तो उनका
दिखावा नहीं करना चाहिए। अगर आज आपके पास अच्छा घर है, कार है, धन दौलत
है, तो उसका घमण्ड ना करें। बल्कि इन चीजों के लिए ईश्वर को धन्यवाद दें
और अपने आपको पहले से बेहतर बनाएं। अच्छे काम करें तथा दिखावा करने के
बजाय दूसरों को भी अच्छे काम करने के लिए प्रेरित करें।
6. अपनी गलतियों को माने।
एक अच्छे दिल का इन्सान हमेशा अपनी गलतियों को accept करता है। वह कभी
दूसरों में कमियाँ नहीं निकालता है। वह कभी दूसरों की गलतियाँ नहीं ढूँढता
है। वह अपनी गलतियों को मानकर उनमें सुधर करता है।
7. सदा सकारात्मक रहें।
चाहे कैसी भी परिस्थिति हों हमें हमेशा positive रहना चाहिए। positive
व्यक्ति हमेशा सकारात्मक बातें करता है तथा लोगों को भी negativity से
निकलकर positive बनने को प्रेरित करता है। नकारात्मक व्यक्ति खुद भी
नकारात्मक विचारों से घिरा रहता है तथा दूसरे लोगों के साथ भी नकारात्मक
बाते ही करता है। इसलिए नकारात्मक व्यक्ति को कोई पसंद नहीं करता है। तथा
सकारात्मक व्यक्ति सभी का पसंदीदा होता है।
दोस्तों, यहाँ मैंने कुछ भी नयी बातें नहीं बताई हैं। यहाँ मैंने जो तरीके
बताये हैं वो लगभग सभी को पता होते हैं और इनके बारे में ज्यादातर सब
जानते भी हैं। लेकिन ये छोटी छोटी बातें ऐसी हैं कि इन्हें ज्यादातर लोग
seriously नहीं लेते हैं इसलिए लोगों के अन्दर से ये गुण धीरे धीरे ख़त्म
हो जातें हैं। लेकिन रिश्तों को जिन्दा रखने के लिए आपको इन बातों को
हमेशा ध्यान में रखना पड़ेगा
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